स्वागत उर्दू शायरी | Top Welcome Poetry Urdu In Hindi | Swagat Shayri Urdu In Hindi

Top Welcome Poetry | Swagat Shayri | Welcome Shayri | Collection

वो आए घर में हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है 
कभी हम उन को कभी अपने घर को देखते हैं 
~मिर्ज़ा ग़ालिब

तुम आ गए हो तो कुछ चाँदनी सी बातें हों 
ज़मीं पे चाँद कहाँ रोज़ रोज़ उतरता है 
~वसीम बरेलवी

सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगी 
तुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी 
~जाँ निसार अख़्तर

शुक्रिया तेरा तिरे आने से रौनक़ तो बढ़ी 
वर्ना ये महफ़िल-ए-जज़्बात अधूरी रहती

मुसाफ़िर हैं हम भी मुसाफ़िर हो तुम भी 
किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी 
~बशीर बद्र

ग़ैरों से तो फ़ुर्सत तुम्हें दिन रात नहीं है 
हाँ मेरे लिए वक़्त-ए-मुलाक़ात नहीं है 
~लाला माधव राम जौहर

काफ़ी नहीं ख़ुतूत किसी बात के लिए 
तशरीफ़ लाइएगा मुलाक़ात के लिए 
~अनवर शऊर

सुनते रहे हैं आप के औसाफ़ सब से हम 
मिलने का आप से कभी मौक़ा नहीं मिला 
~नूह नारवी

बाज़ औक़ात किसी और के मिलने से 'अदम' 
अपनी हस्ती से मुलाक़ात भी हो जाती है 
~अब्दुल हमीद अदम

आप ठहरे हैं तो ठहरा है निज़ाम-ए-आलम 
आप गुज़रे हैं तो इक मौज-ए-रवाँ गुज़री है
~सैफ़ुद्दीन सैफ़

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