Heart touching poetry | love poetry | Urdu shayari | collection best poets



यूँही भटकते फिरेंगे कब तक ख़ुद अपने अंदर तलाश कर लें 
जहाँ मुकम्मल सुकूँ मयस्सर हो ऐसी कोई जगह नहीं है ।
       ~ अज़रा_नक़वी

एक बार उस ने बुलाया था तो मसरूफ़ था मैं
जीते-जी फिर कभी बारी ही नहीं आई मिरी
       ~फ़रहत एहसास

ग़लत बातों को ख़ामोशी से सुनना हामी भर लेना
बहुत हैं फ़ाएदे इस में मगर अच्छा नहीं लगता
       ~ जावेद अख़्तर

किसी ने पूछा के फरहत बहुत हसीन हो तुम
तो मुस्कुरा के कहा सारा जमाल दर्द का हैं
       ~ फरहत अब्बास

क्या क्या हुआ है हम से जुनूँ में न पूछिए,
उलझे कभी ज़मीं से कभी आसमाँ से हम।
        ~ असरार_उल_हक़_मजाज़

कोई मुझ तक पहुंच नहीं पाता
इतना आसान है पता मेरा
        ~जौन एलिया


किसी को क्या बताऊँ कौन हूँ मैं 
कि अपनी दास्ताँ भूला हुआ हूँ 
       ~ सलीम अहमद

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