Best Collection Of Qafas Poetry
Top 10 Heart Touching Urdu Poetry
कभी हम में तुम में भी चाह थी कभी हम से तुम से भी राह थी
कभी हम भी तुम भी थे आश्ना तुम्हें याद हो कि न याद हो
- मोमीन खान मोमीन
जो खानदानी रईस हैं वो मिजाज रखते हैं नर्म अपना,
तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई-नई है।
- शबीना अदीब
मेरे ग़मों की शकल तुम्हारी मुस्कुराहटों
से काफ़ी मिलती जुलती है।
- अज्ञात
रोज़ कहता हूँ कि अब उन को न देखूँगा कभी
रोज़ उस कूचे में इक काम निकल आता है
- सीमाब अकबराबादी
ये कैसा नश्शा है मैं किस अजब ख़ुमार में हूँ
तू आ के जा भी चुका है मैं इंतिज़ार में हूँ
- मुनीर नियाज़ी
ठीक है ख़ुद को हम बदलते हैं
शुक्रिया मश्वरत का चलते हैं
- जौन एलिया
कभी हर्फ़ दर हर्फ़ पढ़ के देख मुझे,
सिर्फ तुझ से भरा हूँ मैं
-अज्ञात
ये तो कहिए इस ख़ता की क्या सज़ा
मैं जो कह दूँ आप पर मरता हूँ मैं
- दाग़ देहलवी
किसी को अपने अमल का हिसाब क्या देते
सवाल सारे ग़लत थे जवाब क्या देते
- मुनीर नियाज़ी
उन्हें जो नाज़ हैं ख़ुद पर वो बेवजह तो नहीं मोहसीन
के जिसे हम चाहे वो खुद को आम क्यों समझे
- अज्ञात
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